प्राकृतिक चिकित्सापद्धति
प्राकृतिक चिकित्सापद्धति आहार-विहार और विचार तीनों को ठीक रखने की बात करती है। यदि हम उसका सही अनुसरण करें और अन्य जीव-जंतुओं की तरह हम भी प्राकृतिक के साथ अपने को जोड़कर रखें तो रोगी होने की उम्मीद कम है। प्रकृति ईश्वर है। ईश्वर कहाँ है ? 'अपने भीतर अंतःकरण में।' स्वास्थ्य कहाँ है ? 'अपने भीतर।' प्राकृतिक उपचार शारीरिक ही नहीं, मानसिक और सूक्ष्मता है। हमें इसे गंभीरता से समझना चाहिए। प्राकृतिक चिकित्सा एक ऐसी जीवनशैली है, जिस पर चलकर रोगों से बचा जा सकता है; जबकि दूसरी पद्धतियाँ रोग होने पर उपचार करती है।
Naturopathy talks about keeping all three healthy, diet and thoughts. If we follow it properly and like other animals, we also keep ourselves connected with the natural, then there is less chance of getting sick. Nature is God. Where is God? 'In your inner conscience.' Where is health? 'Inside you.' Natural remedies are not only physical, but also mental and subtle. We should take this seriously. Naturopathy is a lifestyle followed by which diseases can be avoided; Whereas other methods treat when there is a disease.
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वेदों के पुनरुद्धारक महर्षि दयानन्द सरस्वती ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका में वेद विषय विचार नामक अध्याय के अन्तर्गत कहते हैं कि सुगन्ध आदि से युक्त जो द्रव्य अग्नि में डाला जाता है, उसके अणु अलग-अलग होके आकाश में रहते हैं। किसी द्रव्य का वस्तुतः अभाव नहीं होता। इससे वह द्रव्य दुर्गन्धादि दोषों का निवारण करने वाला...