मन पर बोझ
हमारे शयन कक्ष में ऐसी तस्वीरें होनी चाहिए, जो हमें अपने जीवनलक्ष्य की ओर ले जाएँ, शयन के समय हमें ऐसी प्रार्थनाएँ करनी चाहिए, जो हमारा मार्गदर्शन करें और हमें भटकने से बचाएँ। साथ ही शयन के समय हमारे पास एक ऐसी डायरी होनी चाहिए, जिस पर हम अपने मनोभावों को लिख सकें। हमारी इच्छाएँ, स्वप्न, परेशानियाँ व प्रश्न आदि को यदि हम अपनी डायरी में लिख दें, तो फिर हमारे ये मन पर बोझ की तरह साथ नहीं रहते, बल्कि मन से उतर जाते हैं और मन भी इन्हें लिखने से हलका हो जाता है।
There should be such pictures in our bedroom, which guide us towards our goal of life, while sleeping we should do such prayers, which guide us and save us from wandering. Also, at the time of sleeping, we should have such a diary, on which we can write our feelings. If we write our desires, dreams, problems and questions etc. in our diary, then we do not stay together like a burden on our mind, but get removed from the mind and the mind also becomes lighter by writing them.
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वेदों के पुनरुद्धारक महर्षि दयानन्द सरस्वती ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका में वेद विषय विचार नामक अध्याय के अन्तर्गत कहते हैं कि सुगन्ध आदि से युक्त जो द्रव्य अग्नि में डाला जाता है, उसके अणु अलग-अलग होके आकाश में रहते हैं। किसी द्रव्य का वस्तुतः अभाव नहीं होता। इससे वह द्रव्य दुर्गन्धादि दोषों का निवारण करने वाला...